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Tips to improve waiting tolerance in your child

There are various tips to improve waiting tolerance. Reading books, engagement with your child, regular schedules etc are some of the ways.

What is waiting tolerance? It refers to developing a skill to remain patient, wait for one’s turn while activities are being performed without getting distracted easily. The management of waiting tolerance in your child is crucial for their development and growth. There are various tips to improve waiting tolerance in your children. It is important to remember the following things:

  • Engage your child in activities that take time to complete
  • Read books or storytelling with your children
  • Make waiting time worthwhile for your child. Rewarding and praising play a crucial role.
  • Schedules help with setting goals for your child

The infographic above shares some of the tips to improve the waiting tolerance in your child.

You can also see the infographic on Tips to improve motivation in children with Autism.

Acknowledgement: We would like to thank Renu K Manish for helping us in creating the content for the infographic.

If you have questions about Autism, Down Syndrome, ADHD, or other intellectual disabilities, or have concerns about developmental delays in a child, the Nayi Disha team is here to help. For any questions or queries, please contact our FREE Helpline at 844-844-8996. You can call or what’s app us. Our counselors speak different languages including English, Hindi, Malayalam, Gujarati, Marathi, Telugu, and Bengali.

DISCLAIMER: Please note that this guide is for information purposes only. 

आपके बच्चे की इंतज़ार करने की क्षमता को विकसित करने हेतु कुछ उपाय।

There are various tips to improve waiting tolerance. Reading books, engagement with your child, regular schedules etc are some of the ways.

वेटिंग टॉलरेंस या  इंतज़ार करने की क्षमता  क्या होती है? यह एक प्रकार से बच्चो के स्वाभाव और व्यव्हार करने  का तरीका है। जहा देखा जाता है की  बच्चे कितनी  शांती और आराम से अपना कार्य  करते   है , वे अपने आस पास हो रही उत्तेजक या रोचक गतिविधियों से प्रभावित हुए बिना अपनी बारी आने का कितनी देर  इंतज़ार कर सकते है , या हम कह सकते है बच्चे कितने समय तक  स्थिर रह सकते है , उनकी स्थिर रहने की क्षमता को ही  वेटिंग टॉलरेंस कहते है।बच्चो की  इंतज़ार करने की क्षमता उनके के विकास में एक महत्पूर्ण स्थान रखती है,अतः इसकी उचित देख -भाल  जरुरी है। निचे दिए गए कुछ सरल उपायों के माध्यम से आप अपने बच्चे के  वोटिंग टॉलरेंस में सुधार कर सकते है:

  • अपने बच्चे को उन गतिविधियों या कार्यो में शामिल करें जिन्हें पूरा करने में समय लगता है।
  • अपने बच्चों के साथ किताबें पढ़ें या कहानीया सुनाए।
  • इंतज़ार करने में लगे समय का अच्छे से इस्तेमाल करे , इस दौरान बच्चो की तारीफ कर या उन्हें कुछ छोटे-छोटे इनाम देकर प्रोत्साहित करे।
  • बच्चो को कार्य करने हेतु छोटे -छोटे लक्ष्य एवं  समय सीमा देकर कार्य को सरल करे।

वेटिंग टॉलरेंस की और अधिक जानकारी हेतु आप  हमारे इन्फोग्राफिक्स के पोस्टर और चार्ट आदि की भी सहायता ले सकते है| आप ऑटिज्म से ग्रस्त बच्चों में प्रेरणा को बेहतर बनाने के लिए टिप्स पर भी इन्फोग्राफिक देख सकते हैं।

यदि आपके पास ऑटिज्म, डाउन सिंड्रोम, ADHD या अन्य बौद्धिक विकलांगताओं से जुड़े कोई सवाल हैं, या किसी बच्चे में वेटिंग टॉलरेंस  को लेकर कोई सवाल है,तो आप की सहायता  के लिए नई दिशा टीम सदा तत्पर  है।

किसी भी सवाल या जानकारी के लिए कृपया हमारी निशुल्क  हेल्पलाइन नंबर 844-844-8996 पर संपर्क करें। आप हमें कॉल या व्हाट्सएप भी कर सकते हैं। हमारे काउंसलर अंग्रेजी, हिंदी, मलयालम, गुजराती, मराठी, तेलुगु और बंगाली सहित विभिन्न भाषाओ में उपलब्ध हैं।

 डिस्क्लेमर: कृपया ध्यान दें कि यह गाइड सिर्फ जानकारी देने के मकसद से तैयार की गई है

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