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Development of hearing in a child – A checklist of red flags to spot early signs of delay

This infographic provides a checklist to track development of hearing in a child and spot red flags incase of hearing impairment.

Hearing deficits are some of the most common deficits that can be easily assessed and measured. There are many avenues to explore to help manage gaps in a child’s hearing abilities. Problems associated with the way a child hears sounds in his/her environment impairs their ability to respond to their surroundings. It also greatly prevents them from speaking and developing their language and communication skills effectively. Thus, it is very important for parents to be aware of the development of hearing in a child. Especially the signs that suggest a hearing concern in them. The infographic below provides a checklist that parents may use to become careful observant of their child’s hearing behaviour and understand the changes one would expect to see with the increase in the age of the child.

Should you spot red flags that are indicative of hearing impairment, then please do not cause any delay in addressing those concerns. Immediately visit your Pediatrician/audiologist (hearing specialist) to get your child’s hearing assessment done immediately.

We have also developed an infographic to help you understand milestones associated with the development of vision in your child. You might also want to read about Guide to promote your child’s language development skills

Acknowledgements :

We thank our volunteers Ms Sailaja Tadimeti & Mr Krishnaji Devalkar for the time and effort taken towards the translation of this content from English to Telugu.

If you have questions about Autism, Down Syndrome, ADHD, or other intellectual disabilities, or have concerns about developmental delays in a child, the Nayi Disha team is here to help. For any questions or queries, please contact our FREE Helpline at 844-844-8996. You can call or what’s app us. Our counsellors speak different languages including English, Hindi, Malayalam, Gujarati, Marathi, Telugu, and Bengali. 

DISCLAIMER: Please note that this guide is for information purposes only. Please consult a qualified health practitioner for safe management.

 

बच्चे में सुनने की प्रक्रिया में – देरी के शुरुआती संकेतों को पहचानने के लिए रेड फ्लैग( जोखिमों) की एक सूची

This infographic provides a checklist to track development of hearing in a child and spot red flags incase of hearing impairment.

 

 

सुनने की कमी सबसे आम कमियों में से एक है जिसको आसानी से जाना जा सकता है और नापा जा सकता है। बच्चे की सुनने की क्षमताओं में कमियों को संभालने में मदद के लिए कई रास्ते तलाशे जा सकते हैं। बच्चे के अपने आसपास के वातावरण में ध्वनि सुनने के तरीके से जुड़ी समस्याएं, उसके परिवेश के प्रति प्रतिक्रिया करने की उसकी क्षमता को कम कर देती हैं।

 यह उन्हें बोलने और अपनी भाषा और संचार कौशल को प्रभावी ढंग से विकसित करने से भी रोकती है। इस प्रकार, माता-पिता के लिए बच्चे में सुनने की क्षमता के विकास के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है। विशेष रूप से वे संकेत जो उनमें सुनने की समस्या को बताते हैं। नीचे दिए गए इंफोग्राफिक में एक चेक लिस्ट दी गई  है जिसका उपयोग माता-पिता अपने बच्चे के सुनने के व्यवहार पर सावधानीपूर्वक निगरानी रखने और बच्चे की उम्र में वृद्धि के साथ होने वाले परिवर्तनों को समझने के लिए कर सकते हैं। यदि आपको सुनने में कठिनाई का संकेत देने वाले लाल झंडी दिखे तो कृपया उन चिंताओं को दूर करने में कोई देरी ना करें। अपने बच्चे की सुनने की क्षमता के लिए तुरंत  बाल रोग विशेषज्ञ/ ऑडियोलॉजिस्ट् (सुननेके विशेषज्ञ) के पास जाएं।

 हमने आपके बच्चे में दृष्टि के विकास से जुड़े मील के पत्थर को समझने में आपकी मदद करने के लिए एक इंफोग्राफिक भी विकसित किया है। आप शायद अपने बच्चे के भाषा विकास कौशल को बढ़ावा देने के लिए मार्गदर्शिका के बारे में भी पढ़ना चाहेंगे।

यदि आपके बच्चे ऑटिज्म डाउन सिंड्रोम ए डी एच डी या अन्य बौद्धिक क्षमताओं के बारे में प्रश्न है या किसी बच्चे के विकास में देरी के बारे में चिंता है तो नई दिशा टीम मदद के लिए यहां है. किसी भी प्रश्न पूछताछ के लिए कृपया हमारी मुक्त हेल्पलाइन-844-844-8996 पर हमें कॉल या व्हाट्सएप कर सकते हैं। हमारे परामर्शदाता अंग्रेजी, हिंदी ,मलयालम ,गुजराती, मराठी ,तेलुगू और बंगाली सहित विभिन्न भाषाएं बोलते हैं.

सूचना- कृपया ध्यान दें कि यह जानकारी केवल जानने-समझने के उद्देश्य से आप तक पहुंचाई जा रही है, अधिक मार्गदर्शन के लिए आप किसी पेशेवर व्यवसायी से सलाह लें।

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