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बौद्धिक और विकासात्मक कठिनाईयों में ऑक्यूपेशनल थेरेपी की भूमिका

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Ms.Snehal Vaidya
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Key Takeaways:

ऑक्यूपेशनल थेरपी क्या है?

  1. ऑक्यूपेशनल थेरपी (OT) एक थेरपी है जो लोगों को रोज़मर्रा के काम ठीक से करने में मदद करती है – जैसे पहनना, खाना, खेलना, पढ़ना आदि।
  2. OT विशेषज्ञ व्यक्ति की ज़रूरत के अनुसार उसके आसपास के माहौल या काम को ऐसा बनाते हैं जिससे वह आसानी से काम कर सके। व्यक्ति को भी थेरपी टीम का जरूरी हिस्सा माना जाता है।
  3. OT एक वैज्ञानिक आधार पर चलने वाली प्रक्रिया है, यानी यह रिसर्च और अनुभव पर आधारित होती है।

OT कैसे मदद करती है?

  1. मोटर स्किल्स : ग्रॉस मोटर, फाइन मोटर, ओरल मोटर, विजुअल मोटर
  2. रोज़मर्रा के काम (ADL): बेसिक काम (BADL), थोड़ा मुश्किल काम (IADL)
  3. खेल: शारीरिक और मानसिक विकास के लिए खेल की भूमिका
  4. स्कूल के लिए तैयारी: लिखने से पहले की स्किल्स, ध्यान लगाना, दूसरों से मिलना-जुलना, टॉयलेट ट्रेनिंग आदि
  5. माहौल और उपकरण में बदलाव: बच्चा या व्यक्ति जैसा है, उसके अनुसार कमरे, चीज़ों या उपकरणों में बदलाव करना ताकि उसे मदद मिले।

यह प्रेजेंटेशन बौद्धिक और विकासात्मक कठिनाईयों में ऑक्यूपेशनल थेरेपी की भूमिका के बारे में है।

ऑक्यूपेशनल थेरेपी (OT) क्या है?

• यह एक तरीका है जिससे व्यक्ति को रोज़मर्रा के जरूरी काम करने में मदद की जाती है – जैसे नहाना, खाना, खेलना, पढ़ना आदि।
• यह खुद की देखभाल, खाली समय में किए जाने वाले काम और काम से जुड़ी गतिविधियों को बेहतर बनाने में मदद करती है।
• यह व्यक्ति को घर और समाज में अपनी क्षमता के अनुसार सक्रिय रहने में सहायता करती है।
• OT विशेषज्ञ पूरे व्यक्ति को ध्यान में रखते हैं – यानी वे आसपास के माहौल या काम को व्यक्ति के अनुसार ढालते हैं, ताकि वह बेहतर तरीके से काम कर सके। व्यक्ति को इस थेरेपी टीम का जरूरी हिस्सा माना जाता है।
• OT एक वैज्ञानिक रूप से साबित की गई पद्धति है, जिसके असर को रिसर्च द्वारा समर्थन मिला है।

नयी दिशा ने ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट मिस स्नेहल वैद्य के साथ एक वर्कशॉप आयोजित की।

इस वर्कशॉप में उन्होंने उन आम चुनौतियों के बारे में बात की जो अक्सर बच्चों में देखी जाती हैं — जैसे ग्लोबल डिवेलपमेंटल डिले (समग्र विकास में देरी), डाउन सिंड्रोम, और सेरेब्रल पाल्सी

उन्होंने माता-पिता को कुछ साधारण और उपयोगी टिप्स दिए, जिन्हें घर में मौजूद रोज़मर्रा की चीज़ों से इस्तेमाल किया जा सकता है — ताकि हर माता-पिता अपने बच्चे के साथ खुद काम कर सकें।

उनकी विस्तार से की गई प्रेजेंटेशन “बौद्धिक विकलांगता में ऑक्यूपेशनल थेरेपी की भूमिका” ऊपर दी गई है, जिसे माता-पिता मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं।

आप “ऑक्यूपेशनल थेरेपी क्या है” इस विषय पर वीडियो भी देख सकते हैं।

इसके अलावा, विशेष ज़रूरतों वाले बच्चों में पी/रियड्स के समय मदद के लिए OT की कुछ उपयोगी ट्रिक्स से जुड़ी एक और प्रेजेंटेशन भी उपलब्ध है।

अगर आपके मन में ऑटिज़्म, डाउन सिंड्रोम, ADHD या किसी अन्य मानसिक/बौद्धिक परेशानी से जुड़े सवाल हैं, या आपको किसी बच्चे के विकास को लेकर चिंता है, तो नयी दिशा की टीम आपकी मदद के लिए उपलब्ध है।

आप हमारी मुफ्त हेल्पलाइन पर संपर्क करें:  844-844-8996 आप हमें कॉल या व्हाट्सएप कर सकते हैं।

हमारे काउंसलर्स कई भाषाओं में बात कर सकते हैं — जैसे हिंदी, अंग्रेज़ी, मलयालम, गुजराती, मराठी, तेलुगु और बंगाली

ज़रूरी सूचना:
यह जानकारी केवल जानकारी के उद्देश्य से दी गई है। सही इलाज और मार्गदर्शन के लिए किसी योग्य स्वास्थ्य विशेषज्ञ से परामर्श जरूर लें

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