Skip to main content

एक विशेष बच्चे के लिए कानूनी अभिभावक के लिए आवेदन कैसे करें ?

Default Avatar

Nayi Disha Team

Also available in: English
Like Icon 4Likes
Download Icon 2 Downloads

Key Takeaways:

  1. लीगल गार्जियनशिप (कानूनी अभिभावकता) यह सुनिश्चित करती है कि किसी विशेष आवश्यकता वाले व्यक्ति की लंबी अवधि तक देखभाल और मदद मिलती रहे, खासकर जब मातापिता या देखभाल करने वाले ऐसा करने में असमर्थ हों।
  2. नेशनल ट्रस्ट ऑफ इंडिया लीगल गार्जियनशिप सर्टिफिकेट के लिए एक सरकारी नियमों के अनुसार करने का तरीका प्रदान करता है ।
  3. लीगल गार्जियन (कानूनी अभिभावक) व्यक्ति की निजी और कभीकभी वित्तीय (पैसे से जुड़ी) बातों में मदद करता है, और हमेशा उस व्यक्ति के हित में निर्णय लेता है।
  4. नई दिशा (Nayi Disha) कानो योर राइट्स (Know Your Rights)” प्रोग्राम इस प्रक्रिया को आसान और समझने लायक बनाने में मुफ्त सहायता देता है।

परिवारों की आम चिंता: बहुत से मातापिता और परिवारों को यह चिंता रहती है किअगर हम रहें तो हमारे विशेष बच्चे का ख्याल कौन रखेगा?” यह एक सामान्य और सही चिंता है। 

पहले से योजना बनाने से यह सुनिश्चित होता है कि आपका बच्चा या प्रियजन भविष्य में भी उचित देखभाल, सुरक्षा और सहयोग पाता रहेगाचाहे कुछ भी हो जाए।

लीगल गार्जियनशिप क्या है?

लीगल गार्जियनशिप (कानूनी अभिभावकता) एक आधिकारिक प्रक्रिया है जिसमें किसी भरोसेमंद व्यक्ति को यह ज़िम्मेदारी दी जाती है कि वह एक विकलांग व्यक्ति (disability वाले व्यक्ति) के लिए ज़रूरी फैसले ले और उसकी मदद करे।

इसमें ये चीजें शामिल हो सकती हैं:

  • व्यक्तिगत मामले जैसे: स्वास्थ्य, शिक्षा, रोज़मर्रा की देखभाल
  • कुछ मामलों में वित्तीय मामले जैसे: सरकारी सुविधाएं या संपत्ति संभालना

इसका मकसद होता है कि उस व्यक्ति के अधिकार, पसंद और भलाई को सबसे पहले रखा जाए।

कौन लीगल गार्जियनशिप के लिए आवेदन कर सकता है?

ऐसे परिवार या देखभाल करने वाले (caregivers) जिनके सदस्य RPWD Act 2016 (दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम, 2016) के तहत आते हैं, वे नेशनल ट्रस्ट ऑफ इंडिया के जरिए लीगल गार्जियनशिप के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में आपको मदद मिलेगी :प्रेज़ेंटेशन में आपको एकएक कदम की जानकारी मिलेगी, जैसे:

  • कौनकौन से दस्तावेज़ लगेंगे
  • आवेदन कैसे करना है
  • प्रक्रिया के दौरान क्याक्या होगा

लीगल गार्जियन कैसे चुनें?

यह एक संवेदनशील और निजी फैसला होता है।
वित्तीय सलाहकार श्री जितेंद्र सोलंकी बताते हैं कि परिवार आमतौर पर ये सवाल पूछते हैं:

  • कौन लीगल गार्जियन बन सकता है?
  • क्या एक से ज़्यादा गार्जियन बनाए जा सकते हैं?
  • गार्जियन में कौनकौन सी खूबियाँ होनी चाहिए?

लीगल गार्जियनशिप के लिए आवेदन कैसे करें?

आप अपने इलाके के नेशनल ट्रस्ट की लोकल लेवल कमेटी (LLC) के ज़रिए आवेदन कर सकते हैं।

यह है प्रक्रिया का आसान तरीका:

  1. आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें

नेशनल ट्रस्ट की वेबसाइट पर जाएं और फॉर्म A डाउनलोड करें (Legal Guardianship के लिए)

  1. ज़रूरी दस्तावेज़ तैयार करें

सामान्य तौर पर ये डॉक्युमेंट्स लगते हैं:

  • विकलांगता प्रमाणपत्र (Disability Certificate)
  • दिव्यांग व्यक्ति की उम्र का प्रमाण
  • गार्जियन का पहचान और पता प्रमाण
  • हाल की पासपोर्ट साइज फोटो
  • मेडिकल रिपोर्ट (अगर ज़रूरी हो)
  • स्टाम्प पेपर पर शपथ पत्र (Affidavit)
  1. फॉर्म LLC को जमा करें

पूरा भरा हुआ फॉर्म और दस्तावेज़ अपने जिले की लोकल लेवल कमेटी (LLC) को जमा करें।
आप इसकी जानकारी नेशनल ट्रस्ट वेबसाइट या डिस्ट्रिक्ट डिसएबिलिटी ऑफिसर से ले सकते हैं।

  1. LLC मीटिंग में शामिल हों

आपको एक मीटिंग के लिए बुलाया जाएगा।
कमेटी आपसे पूछ सकती है कि आप गार्जियन बनने के लिए कितने तैयार हैं।

  1. गार्जियनशिप सर्टिफिकेट प्राप्त करें

अगर आवेदन मंज़ूर हो गया, तो आपको आधिकारिक गार्जियनशिप सर्टिफिकेट मिलेगा।
यह दस्तावेज़ कानूनी, मेडिकल, शैक्षिक और वित्तीय मामलों में मदद करता है।

ध्यान दें:

कुछ राज्यों में नेशनल ट्रस्ट से जुड़े NGO भी इस प्रक्रिया में परिवारों की मदद करते हैं।
आप अपने स्थानीय डिसएबिलिटी रिसोर्स सेंटर या हेल्पलाइन से जानकारी ले सकते हैं।

लीगल गार्जियनशिप क्यों ज़रूरी है?

जब बच्चे बड़े होते हैं, तो उनकी ज़रूरतें बदलती हैं। लेकिन बौद्धिक (intellectual) या विकासात्मक (developmental) दिव्यांगता वाले लोगों को जीवनभर कुछ ना कुछ सहारा चाहिए होता है।

लीगल गार्जियनशिप परिवार को यह संतोष देती है कि अगर मातापिता या देखभाल करने वाले कभी साथ रहें, तो कोई जिम्मेदार व्यक्ति कानूनी रूप से उनकी देखभाल करेगा। अक्सर परिवारों में मातापिता ही बच्चों की देखभाल करते हैंडॉक्टर के पास ले जाना, स्कूल की मीटिंग में जाना, दिनचर्या संभालना और फैसले लेना। लेकिन जब बच्चा 18 साल का हो जाता है, तो कानूनी रूप से मातापिता उसके लिए फैसले नहीं ले सकते, जब तक कि उन्हें गार्जियन (अभिभावक) के रूप में नियुक्त किया गया हो। ऐसे में अगर किसी ज़रूरी स्थिति में तुरंत निर्णय लेना हो या किसी सरकारी सुविधा, इलाज, या शिक्षा से जुड़ा काम करना हो, तो बिना गार्जियनशिप के परेशानी हो सकती है।

लीगल गार्जियनशिप साफ और सुरक्षित तरीका है जिससे दिव्यांग व्यक्ति को हर क्षेत्र में मदद मिल सके, बिना उनके अधिकारों और स्वतंत्रता को छीने।

गार्जियन कौन-कौन से फैसले ले सकता है?

गार्जियन का काम होता है व्यक्ति के हित में फैसले लेना। ज़रूरत के हिसाब से, गार्जियन ये काम कर सकता है:

  • मेडिकल देखभाल और डॉक्टर के अपॉइंटमेंट तय करना
  • सुरक्षित और ठीक रहने की जगह सुनिश्चित करना
  • शिक्षा, थेरेपी, या जॉब ट्रेनिंग से जुड़े फैसले लेना
  • रोज़मर्रा के कामों में मदद करनाजैसे खाना, सफर, साफसफाई, सुरक्षा
  • सरकारी फॉर्म भरना, योजनाओं का लाभ दिलाना
  • अगर उसे वित्तीय गार्जियनशिप मिली है, तो बैंक अकाउंट या संपत्ति संभालना

ध्यान रखें: लीगल गार्जियनशिप का मतलब यह नहीं कि किसी की जिंदगी पर पूरा नियंत्रण हो।
गार्डियन को यह ज़रूरी है कि वह व्यक्ति को फैसलों में शामिल करे और जहां संभव हो, उनकी इच्छा और पसंद का सम्मान करे।

परिवारों को कब योजना बनाना शुरू करना चाहिए?

जब आपका बच्चा 18 साल का होने वाला हो, तो उससे कुछ महीने पहले ही लीगल गार्जियनशिप के बारे में सोचना शुरू कर देना चाहिए।

इस प्रक्रिया में समय लगता हैजैसे दस्तावेज़ जमा करना, मेडिकल चेकअप करवाना, और मंज़ूरी की प्रक्रिया से गुजरना।

जल्दी शुरू करने के फायदे:

  • प्रक्रिया को अच्छे से समझने का समय मिलता है
  • परिवार के दूसरे सदस्यों से ज़िम्मेदारी और विकल्पों पर चर्चा की जा सकती है
  • एक भरोसेमंद गार्जियन चुन सकते हैं
  • ज़रूरी दस्तावेज़ समय पर तैयार कर सकते हैं
  • बिना भागदौड़ के शांति से आवेदन कर सकते हैं

जल्दी योजना बनाने से आपके बच्चे को भी बदलाव को समझने और अपनाने का समय मिलता हैएक सुरक्षित और सहयोगी तरीके से।

अगर परिवार उपलब्ध हो तो क्या करें?

कभीकभी मातापिता या परिवार उम्र, बीमारी, दूरी या दूसरी ज़िम्मेदारियों की वजह से गार्जियन नहीं बन पाते। यह ठीक है।

आप इन विकल्पों पर विचार कर सकते हैं:

  • किसी भाईबहन, कज़िन या पारिवारिक दोस्त को चुनना जो बच्चे को अच्छी तरह जानता हो
  • किसी स्थानीय NGO या दिव्यांगता सहायता संस्था से संपर्क करना जो लंबी अवधि की देखभाल देती हो
  • सपोर्टेड लिविंग विकल्पों को देखना, जहाँ प्रशिक्षित स्टाफ देखभाल करता है

गार्जियन बनने वाले व्यक्ति से खुलकर बात करें।

उसे यह जिम्मेदारी लेने में भरोसा, सहयोग और समझ होनी चाहिए।

भविष्य की योजना बनाएं लीगल गार्जियनशिप भविष्य की योजना का एक हिस्सा है।
परिवारों को एक सरल सा प्लान बनाना चाहिए जिसमें शामिल हों:

  • ज़रूरी दस्तावेज़ और पहचान पत्र
  • आपातकालीन संपर्क नंबर
  • दिनचर्या, पसंदनापसंद
  • मेडिकल हिस्ट्री और वर्तमान ज़रूरतें
  • आपके प्रियजन के लंबी अवधि के लक्ष्य और सपने

यह योजना हाथ से लिखी हुई एक साधारण चिट्ठी भी हो सकती है, जो अगले देखभालकर्ता के लिए बहुत मददगार साबित होती है।

आप हमारा Caregiver’s Emergency Guide डाउनलोड करके शुरुआत कर सकते हैं।

अतिरिक्त संसाधन:

  • एक मातापिता का ब्लॉग पढ़ें जिसमें वे अपने बच्चे के भविष्य की योजना के बारे में बताते हैं
  • हमारे Future Readiness Programme के लिए WhatsApp पर जुड़ें: 844-844-8996
  • अधिक जानकारी के लिए हमारे Know Your Rights (KYR) चैटबॉट से बात करेंइस नंबर पर: 844-844-8996

विशेष धन्यवाद:

इस प्रस्तुति को हिंदी में अनुवाद करने में सहयोग देने के लिए
सुश्री जसप्रीत तुतेजा और श्री विवेक कुमावत (Karma Healthcare) का विशेष धन्यवाद।

डिस्क्लेमर (स्पष्टीकरण):

यह गाइड सिर्फ जानकारी देने के लिए है ताकि आप लीगल गार्जियनशिप की प्रक्रिया को समझ सकें। व्यक्तिगत सलाह के लिए किसी कानूनी या वित्तीय विशेषज्ञ से संपर्क करें।

Tags:
Write Blog

Share your experiences with others like you!

English