Skip to main content

शारीरिक-मानसिक विकास से संबंधित विकलांग व्यक्तियों में जीवन कौशल का महत्व

Nayi Disha Editor

इस भाषा में उपलब्ध है English
0पसंद किया गया
0 डाउनलोड्स
महत्वपूर्ण जानकारी
हम इस लेख के मुख्य बिंदु तैयार कर रहे हैं। वे जल्द ही उपलब्ध होंगे।

जीवन कौशल विकसित करना बहुत ज़रूरी है, खासकर तब जब बच्चे किशोरावस्था से गुजर रहे होते हैं। ऊपर दी गई प्रस्तुति शारीरिक-मानसिक विकास से संबंधित अक्षमताओं वाले व्यक्तियों में जीवन कौशल के महत्व पर है।

औपचारिक स्कूली शिक्षा काफी हद तक शैक्षणिक और साक्षरता आधारित प्रशिक्षण पर केंद्रित होती है। आपके बच्चे को खुद की देखभाल करने के काबिल बनाने के लिए अतिरिक्त कौशल की ज़रूरत होगी। यह समझना ज़रूरी है कि आपके बच्चे के लिए सीखने के ऐसे कौन से क्षेत्र हैं जिन पर आपको अधिक ध्यान देने की ज़रूरत है। यहां दी गई प्रस्तुति आपको यह पहचानने में मदद करती है कि आपको किन जीवन कौशलों पर ज़्यादा ध्यान केंद्रित करना चाहिए।

शारीरिक-मानसिक विकास से संबंधित विकलांग व्यक्तियों में जीवन कौशल का महत्व केवल जीवन जीने के लिए ज़रूरी कौशल सिखाने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि इसमें सीखने के दौरान आने वाली रूकावटों की पहचान करना, बच्चे की सुरक्षा को प्राथमिकता देना, सामाजिक कौशल प्रशिक्षण, स्वतंत्र कौशल और अन्य शामिल हैं। आप ऊपर दी गई प्रस्तुति में रचनात्मक तरीके से जीवन कौशल सिखाने के बारे में जान सकते हैं।

आप विशेष आवश्यकता वाले बच्चों में सामाजिक जुड़ाव को बेहतर बनाने के सुझावों पर तैयार इस लेख को भी पढ़ सकते हैं। इसके अलावा, आप व्यावसायिक चिकित्सा पर आधारित इस वीडियो को भी देख सकते हैं।

आभार: हम इस सामग्री को तैयार करने में अपना समर्थन देने के लिए रितिका वत्स और ऑटिज्म आला को धन्यवाद देना चाहते हैं।

यदि आपके पास ऑटिज्म, डाउन सिंड्रोम, ADHD या अन्य बौद्धिक विकलांगताओं से जुड़े कोई सवाल हैं, या किसी बच्चे में विकासात्मक देरी को लेकर कोई फिक्र है, तो नई दिशा टीम मदद के लिए यहां है। इसलिए किसी भी सवाल या जानकारी के लिए कृपया हमारी मुफ्त हेल्पलाइन नंबर- 844-844-8996 पर संपर्क करें। आप हमें कॉल या व्हाट्सएप भी कर सकते हैं। हमारे काउंसलर अंग्रेजी, हिंदी, मलयालम, गुजराती, मराठी, तेलुगु और बंगाली सहित विभिन्न भाषाएं बोलते हैं।

डिस्क्लेमर: कृपया ध्यान दें कि यह गाइड सिर्फ सूचना देने के मकसद से तैयार की गई है। 

ब्लॉग लिखें

आपके जैसे अन्य माता पिता के साथ अपने अनुभव साझा करें

हिन्दी